के लिए एनएचएआई की तीन सदस्यीय विशेषज्ञ टीम दिल्ली से पहुंची। टीम ने अत्याधुनिक एमवीआई मशीन से पुल का निरीक्षण किया। जांच में पुल के बेयरिंग और पेडिस्टल में दरारें मिलीं।
एडिशनल डायरेक्टर ब्रिज एक्सपर्ट एके श्रीवास्तव ने बताया कि पुल में कोई मेजर फॉल्ट नहीं है। उन्होंने कहा कि दो बेयरिंग में खराबी आई है। इसे ठीक करने के बाद पुल को छोटे वाहनों के लिए खोला जा सकता है। पुल पिछले 10 दिन से यातायात के लिए बंद है। फिलहाल केवल दुपहिया वाहनों को आने-जाने की अनुमति है। विशेषज्ञ टीम तकनीकी रिपोर्ट तैयार कर एनएचएआई मुख्यालय दिल्ली को भेजेगी। पुल बंद होने से मेरठ, मुजफ्फरनगर, शामली, हरियाणा और दिल्ली जाने वाले यात्रियों को परेशानी हो रही है। लोगों को वैकल्पिक मार्गों से लंबी दूरी तय करनी पड़ रही है। इससे उनके समय और धन की अधिक खपत हो रही है। श्रीवास्तव ने बताया कि एक सप्ताह या 10 दिन में पुल की मरम्मत हो सकती है। मेंटेनेंस टीम जल्द ही काम शुरू करेगी। इसके बाद छोटे वाहनों की आवाजाही शुरू की जा सकेगी। निगरानी के सवाल पर उन्होंने कहा कि मेंटेनेंस रेगुलर होना चाहिए मेंटेनेंस जरूरी है जैसे आदमी अपना मेंटेनेंस करता है ऐसे ही पुल का भी मेंटेनेंस जरूरी है। पुल में क्यू खराबी आई के सवाल पर बोले की पानी के कारण नहीं आया है बेरिंग में लंबे समय से नो मेंटिनेंस के कारण फाल्ट आया है।
ब्यूरो चीफ रामगोपाल धनगर जनादेश भारत न्यूज़
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